करपूर गौरम करूणावतारम संसार सारम भुजगेन्द्र हारम |सदा वसंतम हृदयारविंदे भवम भवानी सहितं नमामि"
यह श्लोक संस्कृत में है और मां दुर्गा की महिमा और महत्त्व को व्यक्त करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, इस श्लोक को पढ़ने और उसका उच्चारण करने के कई धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ हो सकते हैं:
मां दुर्गा की पूजा: यह श्लोक उनकी महिमा को याद करने का अच्छा तरीका है और लोग इसे मां दुर्गा की पूजा के समय पढ़ सकते हैं।
ध्यान और मेधा वर्धन: इस श्लोक का पाठ ध्यान और मेधा को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह एक आध्यात्मिक मानसिकता को प्रोत्साहित करता है।
शांति और सुख: इस श्लोक का उच्चारण करने से आत्मिक शांति और सुख की अनुभव किया जा सकता है।
मां दुर्गा के आशीर्वाद: इस श्लोक के पठन से मां दुर्गा के आशीर्वाद की प्राप्ति की प्राप्ति की आशा की जा सकती है।
संजीवनी शक्ति: इस श्लोक का पाठ शक्ति और स्नान्ता को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है और आत्मा को जीवन में सफलता की ओर ले जा सकता है।